1. सीमा सड़क महानिदेशक का पदभार ग्रहण करना मेरे लिए बहुत ही सम्मान और गौरव की बात है। इस अवसर पर मैं सभी अधिकारियों, पर्यवेक्षकों, अन्य पदाधिकारियों एवं नैमित्तिक मजदूरों को संगठन के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यो के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ।
2. सीमा सड़क संगठन अपनी स्थापना के समय से ही सड़कों के विकास के लिए अपनी तैनाती वाले इलाकों में प्रेरक बल रहा है। पिछले कुछ वर्षों से सेना की जरूरतों की सड़कों को प्राथमिकता दी जा रही है। सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों का विस्तार तीव्र गति से सुनिश्चित किया जा रहा है। सीमावर्ती इलाकों में सड़कों के बुनियादी ढॉंचे के विस्तार के लिए उच्च स्तर पर पहल की गई है। पिछले कुछ वर्षों में सीमा सड़क महानिदेशालय में लिए गए नीतिगत फैसलों का असर जमीनी स्तर पर दिख रहा है। हमारी सीमा पर तनाव के बीच हमने अभी हाल में ही महत्वपूर्ण पुलों, सड़कों और अटल सुरंग, रोहतांग का महत्वपूर्ण कार्य पूरा किया है।
3. एक उच्च प्रतिस्पर्धी व तकनीकी रूप से दक्ष संगठन बनने हेतु अब हमें प्रत्येक गतिविधि में गुणवत्ता बनाए रखते हुए गति और किफायत के साथ-साथ अत्याधुनिक तकनीक व उपस्करों का अधिकतम प्रयोग करने के प्रयास जारी रखने होंगे। अपने गौरवशाली इतिहास को ध्यान में रखते हुए हमें सकारात्मकता के साथ इस बदलते हुए परिवेश में अपने आप को ढालना होगा।
4. आज मैं इस प्रतिष्ठित संगठन की कमान संभालने पर अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले बी.आर.ओ के जाबांजो को अपनी श्रद्धांजलि देता हूँ और अपने सभी पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ जिनकी सोच और दूरदर्शिता ने हमें व्यावसायिकता के इस उच्च स्तर तक पहुँचने के लिए मार्गदर्शन दिया और आगे आने वाली चुनौतियों से सफलतापूर्वक मुकाबला करने के लिए नींव रखीं।
5. मैं इस महान संगठन से जुड़े सभी सदस्यों एवं उनके परिवारजनों के लिए अच्छे स्वास्थ्य, सफलता और खुशहाली की कामना करता हूँ। हमारे आर्दश वाक्य ‘श्रमेण् सर्वम् साध्यम्’ का अनुसरण करते हुए इस महान राष्ट्र व सशस्त्र बलों के प्रति वचनबद्धता की पूर्ति के लिए मैं, सभी से पूर्ण सहयोग एवं निष्ठा से कार्य करने की आशा करता हूँ।
जय हिन्द